प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी की दावेदारी 13 तारीख को घोषित की जाएगी। बीजेपी ने 13 सितंबर को पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है, जिसके बाद ये घोषणा की जाएगी। वहीं, संघ ने आज एक बार फिर इशारों में मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि जनता का समर्थन किसे है, ये सभी को पता है। पार्टी को जल्द इस पर फैसला करना चाहिए। पार्टी के नेता भी अब खुलकर कहने लगे हैं कि मोदी का नाम तय है और उसकी घोषणा महज औपचारिकता भर रह गई है।
बीजेपी प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने कहा कि भाजपा एक लोकतांत्रिक सिस्टम के विश्वास रखने वाली पार्टी है। पूरे देश में मोदी के लिए जो चाहत उभरी है, उसे कोई अनदेखा नहीं कर सकता। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी कहा था कि मोदी सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं। अब इसमें कोई संशय नहीं है। जब कैंपेन कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था तब भी स्पष्ट था। स्पष्ट तो है ही, बस औपचारिकता बाकी है। कभी भी घोषणा हो सकती है।
दरअसल दिल्ली में रविवार और सोमवार को चली आरएसएस-बीजेपी की बैठक में ये तय हो गया था कि मोदी के नाम की घोषणा जल्द से जल्द की जाए। लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज सरीखे नेता चाहते थे कि दावेदार की घोषणा पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तक टाल दी जाए। लेकिन संघ ने साफ कर दिया कि इस घोषणा को अब ज्यादा नहीं टाला जा सकता। 20 तारीख से पितृपक्ष शुरू हो रहे हैं, लिहाजा ये तय हुआ था कि इससे पहले ही घोषणा की जाए। वहीं, संघ ने मंगलवार को एक बार फिर मोदी का नाम लिए बिना दोहराया कि देश की जनता का समर्थन किसे है, ये सभी को मालूम है।
प्रवक्ता राम माधव ने कहा कि इस विषय पर पहले ही हमारी ओर से स्पष्टीकरण आ चुका है। देश विशेष परिवर्तन चाहता है। यही बात कल सामने आई। अब निर्णय पार्टी को लेना है। विशेष प्रकार का परिवर्तन क्या है, ये सबको मालूम है। ये सबको विदित है कि जनता का समर्थन किसको है।
बाहरहाल, पार्टी के भीतर ‘आम सहमति’ बनाने के बाद बीजेपी के लिए अब बड़ी चुनौती अपनी सहयोगी शिवसेना को समझाने की रहेगी। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे लगातार पार्टी मुखपत्र सामना के जरिये मोदी पर व्यंग्यबाण कसते रहते हैं।
dont forget to like my page
link : https://www.facebook.com/todaysdailynews2
source : http://khabar.ibnlive.in.com
No comments:
Post a Comment